Lockdown Hindi Story: प्रेम विवाह के कुछ ही दिनों बाद से ही उन दोनों में छत्तीस का आँकड़ा हो गया था और बात तलाक की ओर बढ़ रही थी। जब कि कोई दूर से देखे तो कहे, इनसे अच्छी सुंदर जोड़ी नहीं हो सकती। बीच में पसर रहे अबोले ने उन्हें अजनबी बना दिया था। वैसे, दोनों की अपनी-अपनी हाई-फ़ाई नौकरी के […]
sahityik katha
अपने: Hindi short story
Apne Hindi short story: ‘अवर हेल्पर्स‘ पाठ एक और बार दोहरा कर बेटी को परीक्षा के लिए भेज, रिया घर के बाहर ही गुनगुनी सी धूप में कुर्सी डाल बैठ गयी। जादूगर, रोज़ आने वाले भिखारी, डाकिया अंकल, सड़क पर झाड़ू लगाने वाली आंटी, फेरी वाले, सब्जी वाले, फलों वाले, रात में तेज आवाज़ लगाते […]
डर: Hindi Kahani
Dar hindi kahani: कोरोना वायरस से उपजी छुआछूत की बीमारी से दुनिया भर के दिल दहलाने वालीं खबरों से परेशान होकर मैं रात को अपने कमरे में बैठा कुछ पढ़ने की कोशिश कर रहा था,कि बड़ा चूहा बिल से निकलकर कमरे में फिरने लगा, थोड़ी ही देर के बाद दूसरा चूहा जो शायद चूहा की […]
चना: Hindi Kahani
Chann hindi kahani: कॉलोनी के बीचों-बीच अब तक बचा हुआ खेत सभी के आकर्षण का केन्द्र बना हुआ था ।आकर्षण तब और बढ़ गया जब पता चला कि खेत में चने बोए गए हैं। संपन्न रहवासी रोज उस खेत की तरफ टक-टकी लगाये हुए रहते।अधेड उम्र का एक आदमी खेत की रखवाली बड़ी मेहनत से […]
अपरिग्रह: Hindi Story
Aparigrah hindi story: बस से उतर कर मैं घर की तरफ चल पड़ा । परसों ही छोटे भाई का फोन आया था कि भैया एक बार घर आ जाओ, पिताजी-माँ आपको बहुत याद करते हैं।” मैं समझ गया था ,ज़रूर पैसों की ज़रूरत होगी । कितनी बार समझाया है अंजली को कि यह सब शानो-शौकत […]
हक: Hindi Kahani
Hak hindi kahani: हरिया की देह पिछले छह घंटे से कोठरी में पड़ी थी। उसके नाते-गोतेदारों सहित शहर में बसे बड़ा और छोटा बेटा भी परिवार सहित आ चुके थे। आँगन में जमा लोग मैयत की तैयारी करने की बजाए, असमंजस की स्थिति में बैठे थे। वजह थी हरिया की वसीयत रूपी चिट्ठी। सरपंच, पंडित […]
जगह की तलाश में: Hindi Story
Jagah kee talaash mein hindi story: तृप्ति पूजा की थाल लिए जैसे ही घर से निकल मन्दिर की ओर बढी उसके कदम ठीठकने लगे.वह सुबह को चीरती हुइ सन्नाटे से डर कर वापस घर को आ गई. — अरे ! कुछ भूल गई क्या ? माँ ने जिज्ञासा भरे लहजे मे पूछा . — नही […]
भूल:Short Story
Bhool Short Story: मोहन के चचेरे बड़े भाई सोहन का कारोबार दिल्ली शहर में बहुत अच्छा चल गया था, इसीलिए वह दिल्ली में अपना मकान बनवा कर अपने परिवार के साथ सेटल हो गए थे। मोहन का बड़ा लड़का अशोक इस साल इंटरमीडिएट की परीक्षा में जिले में टॉप किया था और आगे की अच्छी […]