Dar hindi kahani: कोरोना वायरस से उपजी छुआछूत की बीमारी से दुनिया भर के दिल दहलाने वालीं खबरों से परेशान होकर मैं रात को अपने कमरे में बैठा कुछ पढ़ने की कोशिश कर रहा था,कि बड़ा चूहा बिल से निकलकर कमरे में फिरने लगा, थोड़ी ही देर के बाद दूसरा चूहा जो शायद चूहा की […]
लघुकथा
अब आप मत आना : Hindi Story
08 मार्च-2020 ———————- हैलो ,बाजी Ab aap mat aana hindi story: आदाब। मैंने आपको इसलिए फोन किया है कि 15 मार्च को आपके लाडले भांजे शादाब की सालगिरह है। आप बच्चों और बहनोई साहब के साथ हमारे घर बरेली तशरीफ ज़रूर लाइएगा ताकि हमारी खुशी दुगुनी हो जाए। -” वह तो ठीक है […]
चना: Hindi Kahani
Chann hindi kahani: कॉलोनी के बीचों-बीच अब तक बचा हुआ खेत सभी के आकर्षण का केन्द्र बना हुआ था ।आकर्षण तब और बढ़ गया जब पता चला कि खेत में चने बोए गए हैं। संपन्न रहवासी रोज उस खेत की तरफ टक-टकी लगाये हुए रहते।अधेड उम्र का एक आदमी खेत की रखवाली बड़ी मेहनत से […]
दर्द: Hindi Kahani
Dard hindi Kahani: “दादाजी, आज हम अपने पाॅश कालोनी के बगीचे को छोड़ इतने दूर भीड़ वाले बागीचे में क्यों आ गए ?” “बेटा, यहां की कुछ पुरानी यादें हैं, जिन्हें ताजा करने आ गए ।” “कैसी यादें दादाजी !” “बेटा, वो सामने का बड़ा-सा घर देख रहे हो । वो कभी अपने परिवार का […]
अपरिग्रह: Hindi Story
Aparigrah hindi story: बस से उतर कर मैं घर की तरफ चल पड़ा । परसों ही छोटे भाई का फोन आया था कि भैया एक बार घर आ जाओ, पिताजी-माँ आपको बहुत याद करते हैं।” मैं समझ गया था ,ज़रूर पैसों की ज़रूरत होगी । कितनी बार समझाया है अंजली को कि यह सब शानो-शौकत […]
हक: Hindi Kahani
Hak hindi kahani: हरिया की देह पिछले छह घंटे से कोठरी में पड़ी थी। उसके नाते-गोतेदारों सहित शहर में बसे बड़ा और छोटा बेटा भी परिवार सहित आ चुके थे। आँगन में जमा लोग मैयत की तैयारी करने की बजाए, असमंजस की स्थिति में बैठे थे। वजह थी हरिया की वसीयत रूपी चिट्ठी। सरपंच, पंडित […]
हकीकत: Hindi short story
Hakeekat hindi short story: “क्या कर लोगी तुम मेरा तलाक दोगी ? सुमन मेरी सहयोगी है, ऑफिस में मिलना हो ही जाता है, दोस्ती भी होती ही है , तुम गंवार क्या जानो जिसके पास से मसाले की बदबू आती है।” ऋचा सोचने लगी, यही सब सुनकर तो सेंट लगाने लगी सजने लगी, फिर भी […]
राधिका:Hindi Kahani
Radhika Hindi kahani : राधिका गाँव से आधे घण्टे का रास्ता तय करके अपने स्कूल मे जाती थी। वह छठी कक्षा की छात्रा थी । माँ हमेशा बेटी के घर पहुंचने से पहले उसके लिये नाश्ते – पानी की ब्यवस्था कर लेती थी , ताकि उसे इन्तजार न करना पड़े । एक दिन किसी कारण […]