itihaas Hindi Short Story: “शेर को किसने और कब पकड़ा था?” “भरत राजा ने, जबवे बालक ही थे ।”शिक्षक के प्रश्न का बच्चों ने उत्तर दिया। “सर ! सर ! मैं कुछ कहना चाहता हूँ ?” एक गरीब-सा बच्चा हाथ उठाए था । “हाँ बोलो, क्या कहना चाहते हो?” शिक्षक ने आज्ञा दी। “भरत ने […]
sahityik katha
औकात: Hindi short story
Aukaat Hindi Short Story: “बहु! ये अदरक क्यों काट रही हो? तुम्हें पता है न, हम अदरक नहीं डालते सब्जी में|” “मम्मी जी मैं सारी सब्जी में नहीं डाल रही हूँ अदरक, अपने लिए अलग से डाल लूँगी |” “क्यों, बिना अदरक सब्जी हलक से नीचे नहीं उतरती क्या?” “ऐसा नहीं है मम्मीजी! रोज तो […]
लिखे जो खत तुझे: Hindi Story
Likhe jo khat tujhe Hindi Story: नेहा एक जरूरी फाइल अपनी अलमारी में ढूंढ रही थी। ” कहां चली गई? यहीं तो रखी थी , जब जरूरत हो तो मिलती ही नहीं ! ” उसने झुंझलाहट के साथ सोचा। तभी उसके कॉलेज के दिनों की डायरी गिर गई, व एक खत खिसक कर बाहर झांकने […]
मदद: Hindi Kahani
Madad Hindi Kahani: ” हां ऋषभ बोल” ” क्या! सच में” ” थैंक्स यार! तुने बता दिया वरना मैंने तो मिस कर दिया था” कह शुभ ने फोन रख दिया। ” क्या बात है ?” अनु ने अपने १३ वर्षीय बेटे शुभ से पूछा। ” मां ! वो स्कूल में ऑलराउंडर बच्चों को सम्मानित किया […]
संकेत: Hindi Kahani
Sanket Hindi Kahani: विक्रम राय अपने दोस्त के घर से निकला| शाम का धुंधलका बढ़ने लगा था| मोटरसाइकिल पर चढ़कर यमुना पार कर अपने घर की ओर वह बढ़ चला|छोटे-छोटे बाल, लंबा-सुडौल शरीर, चटक चाल विक्रम के पुलिस अफसर होने का भ्रम पैदा करती| यमुना का पुल पार करते ही अचानक उसकी मोटरसाइकिल खराब हो […]
गोरख धंधा: Hindi Story
Gorakh dhandha Hindi Story: राम सिंह पहली बार दिल्ली आया था|| वह अंतरराज्यीय बस अड्डे पर उतरा| उसने डीटीसी की एक बस पकड़ी और अपने गंतव्य की ओर चल पड़ा| सीट मिली| वह बैठ गया| उसने सिगरेट सुलगा ली| अभी एक-दो कक्ष ही लिए थे कि ड्राइवर काकर्कश स्वर सुनाई दिया,“क्यों बे! देखता नहीं, लिखा […]
गोद उठाई की रस्म: Hindi Kahani
God uthaee kee rasm hindi kahan: ” माँ ! जल्दी से नवजात के लिये ओढ़ना , बिछोना , कपड़े दो । ‘” डॉ बेटी विभा ने अपनी माँ से कहा . “अचानक ऐसा क्यों कह रही हो ?” ” अभी बस में प्रसव वेदना से पीड़िता ने लड़की को जन्म दिया है । विविध जाति […]
सच्ची श्रद्धांजलि: Hindi Kahani
Sachchee shraddhaanjali Hindi Kahani: कोलकता के वृद्धाश्रम के ‘ बहुउद्देशीय सेवा केंद्र ‘ द्वारा भेजे गए कोरियर में ” रीमा , बिल फॉर फ्युनरल यूअर मदर ” को विस्मृत नेत्रों से पढ़कर इकलौती बेटी रीमा अपनी बूढ़ी माँ की अंतिम क्रिया में न शामिल होने के दुःख से फफक – फफक रो पड़ी . […]