बहन के श्वसुर साहब की मृत्यु हो गई तो अमरीश जी माता जी के साथ तेहरवीं पर गये। श्वसुर साहब का अपने नगर में बहुत नाम था, बहुत लोग आए हुए थे। पंडित जी प्रवचन के उपरांत श्वसुर साहब के बारे में ही बता रहे थे— “बहुत भले व्यक्ति थे। कभी किसी का बुरा न […]
बहन के श्वसुर साहब की मृत्यु हो गई तो अमरीश जी माता जी के साथ तेहरवीं पर गये। श्वसुर साहब का अपने नगर में बहुत नाम था, बहुत लोग आए हुए थे। पंडित जी प्रवचन के उपरांत श्वसुर साहब के बारे में ही बता रहे थे— “बहुत भले व्यक्ति थे। कभी किसी का बुरा न […]