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मुक्तिबोध: Hindi Kahani

Muktibodh Hindi Kahani: मै जब टेलीविजन देखने बैठा तो सोचा अपनी कोई पसंद वाली धारावाहिक देख लूँ। देखने बैठा पूरे शांत मन से ना कोई उलझन थी और ना किसी बात की चिन्ता (पारिवारिक उलझनों को छोड़, वो तो सबको मिलती हैं जन्म के साथ ही)। रिमोट से कई चैनल बदले और अंत में एक […]

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घर की सफाई: Short Stories

Ghar ki Safai Short Stories: सुनती हो! हाँ बोलिए! बड़ी जल्दी शुरू हो गई इस बार दिवाली की सफाई। हाँ शुरू कर दी है, आपको क्या है बस बैठे बैठे लिखते रहते हैं। हमें ही जब करना है तो धीरे धीरे कर लेंगे। मगर करते समय जरा ध्यान रखना, वैसे तो सफाई तुम रोज ही […]