Short Hindi kahani Ankaha Sach

शादी की सिल्वर जुबली पार्टी, अपने पूरे शबाब पर थी। मिस्टर बजाज अपनी हाई सोसाइटी फ्रेंड्स के साथ चुहलबाजी  में व्यस्त थे। तो वहीं दूसरी ओर मिसेस बजाज पार्टी में आए हुए मेहमानों की खातिरदारी की व्यवस्था में लगी थी।

 शहर की इतनी बड़ी पार्टी को कवरेज करने के लिए टीवी रिपोर्टर अपने माइक और कैमरा लेकर पहुॅंच चुके थे।

” हेलो मिस्टर बजाज, कांग्रेचुलेशन, फार हैप्पी मैरिज लाइफ।”

” थैंक्स… थैंक्स टू एबरीवन।”- कहते हुए  मिस्टर बजाज की गर्दन ऊॅंची हो गई।

” सर, आपकी हैप्पी मैरिड लाइफ का राज क्या है?”- एक पत्रकार ने माइक आगे करते हुए पूछा।

“मेरा मानना है कि औरत को कभी बोलने का मौका नहीं देना चाहिए। “

“हम आपके कहने का मतलब नहीं समझे? “- दूसरे पत्रकार ने प्रश्न उछाला।

 “एक औरत क्या चाहती है?… आलीशान घर, कीमती गहने- कपड़े, नौकर चाकर, गाड़ी  और हाई सोसाइटी और यह सब मैंने अपनी पत्नी को उसके बोलने के पहले ही दे दिया।”- कहते हुए मिस्टर बजाज की आॅंखों में दर्प साफ झलकने लगा।

 मिस्टर बजाज से इंटरव्यू लेने के बाद, पत्रकार सीधे मिसेज बजाज के पास पहुॅंचकर बोले

“हेलो मैम आपकी सिल्वर जुबली मैरिज पार्टी है, तो आज आप अपनी शादी को कितना सफल मानती हैं,  खुलकर बताइए।”

“जी हमारी सक्सेस मैरिज है, और सोसाइटी में हम आइडियल कपल कहलाते हैं।”- मिसेज बजाज ने धीमे से कहा।

” जी ..तो अब आप यह बताइए कि मिस्टर बजाज कितने आदर्श पति हैं?”

” मिस्टर बजाज एक एंबिशियस, सक्सेसफुल बिजनेस टाइकून है।”

” जी मैम ..यह तो हम सब जानते हैं, आप यह बताइए कि वह  पति कैसे हैं?”- दूसरे पत्रकार ने हॅंसते हुए पूछा।

“ज…जी?” 

इस सवाल का जवाब ढूॅंढने, अतीत के अपने पच्चीस साल, पति के साथ गुजारे जीवन के एक- एक पल में झांक लिया, पर कहीं भी मिस्टर बजाज को पुरुष से अलग, केवल पति रूप में देखा ही नहीं।

“जबाब दीजिए,आप चुप क्यों हैं? “- पत्रकार की बात सुनकर, वे अतीत से वर्तमान में लौट आई। “नो मोर क्वेश्चन, प्लीज इन्जॉय दी पार्टी।” – कहकर मिसेज बजाज, अपने आॅंखों में उभर आई नमी को मुस्कुरा कर  छिपाने की कोशिश करने लगी।

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