सर्दी, खांसी और बुखार के मामुली लक्षण से परेशान हो वह मोहल्ले के क्लिनिक में पहुंचा । उसका चेक-अप करने के बाद डॉक्टर ने उसे तत्काल कोरोना वाइरस की जांच के लिए शासन द्वारा निर्धारित फीवर क्लिनिक की ओर भेज दिया । वहां उसकी जांच-पड़ताल कर रिपोर्ट आने तक कुछ दवाईयां तीन दिन लेने को कहा साथ ही उसका नाम, पता, मोबाइल नंबर सब जानकारी लेकर आराम करने व काढ़ा लेते रहने की सलाह दे घर की ओर भेज दिया ।
वह घर लौट आया ।
तीन दिन बाद उसकी रिपोर्ट पाॅजिटिव आने से उसके घर एम्बुलेंस घन-घनाते हुए आ गई । पूरे घर को सील करते हुए । परिवार के सदस्यों को एम्बुलेंस में बैठने का निर्देश दिया ।
घर पर ताला लगाते हुए उसने देखा आस-पड़ोस के लोग जो कभी सुख-दुख में साझीदार थे आज वे ही लोग घर के झरोखों से कातर निगाहों से झांक रहे थे ।
कुछ दिनों में वे सपरिवार कोरोना महामारी को मात देकर पूर्णतया स्वस्थ हो घर तो आ गये लेकिन मानवीय संवेदनाओं से परे पड़ोसी उनके घर-परिवार से अब भी दूरी बनाए हुए थे ।
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