महाविद्यालयीन शिक्षा को गुणवत्ता पूर्ण बनाने एवं विद्यार्थी को अपने विषय में कौशलपूर्ण व्यावहारिक ज्ञान प्रदान करने के उद्देश्य से शासन की मंशानुसार प्राध्यापक छात्र – छात्राओं को उनके विषय अनुसार फील्ड प्रोजेक्ट दे रहे थे l किसी को बैंकिंग सेक्टर , किसी को सिचाई , खेत – खलिहान , बागवानी तो किसी को कृषि के तहत पशु संवर्धन आदि आदि क्षेत्र 3 – 3 माह के प्रोजेक्ट के तहत आवंटित किये गए थे l मैं जरूरी कागजात फोटोकापी करवाने के लिए दुकान पर खड़ा था l वहाँ छात्र – छात्राओं की भारी भीड़ देखकर पूछा – क्या विशेष बात है ? मालूम पड़ा , छात्र विभिन्न विषयों के तैयार प्रोजेक्ट मांग रहे हैं और दुकानदार भी लड़कों से उनकी च्वाइस पूछ – पूछकर प्रोजेक्ट रिपोर्ट्स की कॉपी करके दे रहा था सिर्फ कवर पेज पर लिखे छात्र के नाम एवं रोल नं. को बदल – बदलकर जहाँ उल्लेखित था कि प्रोजेक्ट वर्क छात्र का अपना मौलिक है l उसी प्रोजेक्ट में सम्बंधित विभाग एवं प्राध्यापक का भी सत्यापन था l
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