Short Story : दोनों बेटों के हिसाब से रश्मि और रमेश ने वसीयत कर दी थी |आधुनिक  साज -सज्जा  और सारी  सुख- सुविधाएं दोनों के पास थीं |दोनों के पास गाड़ियां भी बहुत अच्छी थीं |मां  -बाप को कोई चिंता नहीं थी |लेकिन एक निर्णय होना बाकी था |

एक दिन मां  -बाप ने दोनों को सामने बिठा कर बात करनी चाही |मां  -बाप होते हुए भी वे संकोच  से भरे थे|सोच रहे थे बात कैसे शुरू की जाए  ?फिर भी पिता बोले |…..

………बस एक बात तुम दोनों से पूछनी थी |वह यह कि  तुम जानते हो कि  हमने अपने पुरखों की तस्वीरें अपने ड्राइंगरूम में लगाई हुई हैं  |क्या तुम दोनों इन में से अपनी मर्ज़ी के अनुसार चुनना  चाहोगे ?या जैसा तुम कहो |वैसा ही कर लेंगे |बात यह है कि  हमारे पुरखे थे तो हम हैं,  ये न होते तो हम न होते | लेकिन दोनों बेटे सर झुका कर बैठे रहे |

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