जुम्मन चाचा बङी ही बेसब्री से अपने बेटे का इंतजार कर रहे थे तभी बेल बजी। वे दौड़ कर दरवाजा की ओर बढे।दरवाजा खोलते ही चौंक पङे।दहशत का आंचल ओढे एक लङकी दीखी।घबराई हुई लङकी बोली — ” अंकल, आंटी है ? “
” नहीं बेटा ,मैं अकेला हूं। क्या बात है, तुम बहुत घबराई सी लग रही हो।आओ ,अंदर आओ,मुझसे डरने की जरूरत नहीं। मैं कुछ नहीं कर सकता। देखो ,मेरा दाहिना हाथ नहीं है। दंगे में दंगाईयों ने काट डाला। “
तब लङकी अंदर आ गई। अंदर आते ही बोली– ” अंकल, चौराहे पे दंगा हो गया है। एक लङका बहुत ही निर्ममता से लोगों पे चाकू से वार करता रहा और उसके साथी दूकान लूटते रहे।मैने पूरी घटना का विडियो बना लिया है। पर विडियो बनाते समय उसके एक दोस्त की नजर मुझपे पङी और मेरा मोबाइल छीनने एवं मारने का प्रयास किया। मैं किसी तरह जान बचाकर भागी और आपके पास आ गई। यह देखो अंकल, यह विडियो है, अब सोशल साइट्स पे डालना है। “
जुम्मन चाचा खामोशी से सब देखते एवं सुनते रहे। तभी बाहर पुलिस की सायरन की आवाज सुनाई पङी। चंद मिनट बाद ही पुनः दरवाजे की बेल बजी। जुम्मन चाचा ने लङकी से कहा– ” तूम दरवाजा के पीछे छिप जाओ ,लगता है बेटा आ गया। “
दरवाजा खुलते ही एक युवक तेजी से अंदर आकर अपने कमरे की ओर चला गया। लङकी उसे देखकर अवाक रह गई।बाप बेटा में जमीन आसमान सा फर्क लगा। उसे घबराता हुआ देख जुम्मन चाचा ने कहा — ” बेटी ,बाहर पुलिस आ गई है, अब डर की बात नहीं। अब तुम जा सकती हो ।”
लङकी तब मोबाइल निकाली।जुम्मन चाचा ने पूछा– ” किसे काॅल कर रही हो? “
” काॅल नहीं, विडियो डिलीट कर रही हूं। ” लङकी सहमती सी बोली। तब जुम्मन चाचा ने कहा– ” बेटी, रिश्ते से बहुत बड़ा होता है फर्ज और उससे भी बङा देश।मैंने अपना फर्ज निभाया अब तुम अपना फर्ज निभाओ।” इतना कहते हुए जुम्मन चाचा ने दरवाजा बंद कर लिया।
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