Maasoom: साकेत हाइटेक सोसाइटी में रहता है। स्कूल से आने के बाद वो अपनी आया दीदी के साथ था।  उसने आज ठीक से खाना  नहीं खाया और खेलने भी नहीं गया। आठ बजे पापा- मम्मी के आते ही, साकेत दौड़ कर अपनी मम्मी के 

 पास जाकर कहने लगा –   ” मम्मी मेरी तबीयत ठीक नहीं 

 लग रही है। सर में दर्द है, और सर्दी भी हो गई है।” … अरे! 

 बेटा, मेरी कल मीटिंग है। मुझे पेपर तैयार करना है। “

” पुष्पा ऽऽऽऽ… देख, साकेत क्या बोल रहा है। ” साकेत 

वहाँ से दौड़कर अपने पापा के पास दूसरे कमरे में गया। 

उसके पापा महँगी मशीनों के साथ कसरत कर रहे थे, और 

जोर का संगीत बज रहा था।  साकेत वहाँ से भागते हुए वापस अपनी मम्मी के पास आकर बोला – ” मम्मी दादी को बुला दो ना, वो बहुत प्यार करती है। बाल में तेल की मालिश भी कर देती है।”  इतना सुनते ही रीमा तुनकते हुए 

संदीप के पास आयी, और जोर – जोर से बोलने लगी – “तुमने ही इसे सिखाया होगा। तभी साकेत मुझसे कह रहा है कि दादी को बुलाओ। मुझे नहीं सुनना उनका लेक्चर – 

” तुम लोग साकेत को प्यार नहीं करते हो। समय नहीं देते हो।  तुम लोग का सोने और उठने का कोई समय नहीं है।

 उन्हें तो हमारी लाइफस्टाइल पसंद ही नहीं आती है। “रीमा को इतना नाराज देखकर साकेत डर गया और अपने कमरे में जाकर कीमती खिलौनों के बीच रोते-रोते सो गया। रीमा ने अपना गुस्सा उतारने के लिए साकेत के लिए छोटी कार ( पच्चीस हजार) जो हाॅल में चला सकता था। आर्डर कर दिया। 

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