Posted inकहानी

लम्बी कहानी

हमारे दो छोटे बच्चे थे। जिन्हें बडा करने के चक्कर में हम भी छोटे बच्चे हो गए।  फिर धीरे-धीरे वे बडे और हम बूढे हो गए  ,,,,,,,, अफसोस मगर फिर  हम कभी बडे न हो पाए,,,,,,,,।

Posted inकहानी

अपने-अपने दुःख

थकी-हारी शकुन बस से उतरते ही कोलतार की पिघलती सड़क पर लगभग सरकते हुए अपनी सोसायटी के गेट पर पहुँची। गार्ड ने उसे रोका -“बी जी, खत आया है आपका। ऊपर फ़्लैट पर कोई था नहीं, सो डाकिया मुझे दे गया।”   शकुन ने पत्र लिया और हाथ में झुलाते हुए फ़्लैट की ओर मुड़ गयी। […]

Posted inकहानी, साहित्य

रक्तदान: Hindi Kahani

Raktadaan Hindi Kahani: महीने भर पहले ही नेहा सुजीत से शादी कर उसके घर में आयी थी। ससुराल में परिवार के नाम पर सुजीत के अपाहिज पिता थे। नेहा खुश थी कि छोटा परिवार है, उसे ज्यादा काम नहीं करना पड़ेगा। लेकिन जब नई-नवेली नेहा का अपाहिज ससुर के कारण घुमना-फिरना नहीं हो पा रहा […]

Posted inउपन्यास, कहानी, साहित्य

कुंठित भूख: Hindi Stories

Kunthit bhookh Hindi Stories: वो सड़क पर लापरवाह उद्देश्यहीन इधर उधर यूं ही भटक रहा था। काम की तलाश में था मगर काम मिलने की कोई संभावना नहीं थी, दूर – दूर तक न थी , मास्क लगा ये वक्त है कि खत्म होने का नाम ही नहीं ले रहा। उसने कुंठित हो अपना मास्क […]

Posted inकहानी

व्यथा बाल मन की: Hindi Stories

Vyatha Baal Man Kee Hindi Stories: जब छोटू पड़ोस के भाईसाहब के यहाँ खेलने जाने को होता तो उसकी माँ ये कहकर मना कर देती कि बेटा, उनसे अपनी लड़ाई हो रही है, उनके यहाँ खेलने नहीं जाते,  ये सुनकर, नन्हा सा बालक मन मसोसकर रह जाता । पर कुछ अन्य घरों के बालक यदा-कदा […]

Posted inकहानी

भोला की बहादूरी

ग्रीष्म कालीन छुट्टियां , घर के बगीचे मे चिंटु के साथ अड़ौस पड़ौस के हमउम्र बच्चों की धमा चौकड़ी ,खेल, खाना खिलाना सब कुछ बस एक कम उम्र कामवाली बाई का बेटा भोला वहीं बैठा सबको टुकुर टुकुर देख रहा  था तभी बच्चों के खुशी से चिल्लाने व ताली बजाने की आवाज आयी जिसे सुन […]