“सुना है.. हमारी पडोसी मिसेज गुलाटी की तबियत काफी समय से खराब चल रही है, मुझे तो वक्त नही मिल पाता, लेकिन तुम तो दिन भर घर रहती हो, कल वक्त निकाल कर उनसे मिलकर जरूर आना।” घर आते ही सुधांशु ने पत्नी सीमा से कहा। “मेरे मिलने से कौन सा मिसेज गुलाटी की तबीयत […]
पुखराज सोलंकी
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गोलमाल – Short Story
जनगणना करने वाले अधिकारी एक बस्ती में पहुंचते ही अपनी नाक भौं सिकोड़ने लगे। तभी उनमें से एक अपने सहकर्मी से बोला- ‘सर, यहां तो अभी से ही सांस लेना दुर्लभ हो रहा है, इस बदबूदार बस्ती के अन्दर तक जाकर आगे का काम कैसे कर पाएगें ?’ हथेली की जीवन रेखा पर तम्बाकू रगड़ […]
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फूलों का राज
साल भर बाद वसुधा का अपने गृह नगर तबादला हुआ। घर का दरवाजा खोलकर जैसे ही वह अंदर दाखिल हुई तो हर तरफ जमी धूल व मकड़ी के जाले देख उसकी थकान चार गुना और बढ़ गई। सामान रख कर चैन से बैठने को भी जब कोई साफ जगह नज़र नहीं आई तो उसके कदमों […]