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रेणु- समकालीन हिन्दी साहित्य के संत लेखक – निर्मल वर्मा

हमारी चीज़ों को चाहे बहुत कम लोग पढ़ें किन्तु हम बहुत कम लोगों के लिए लिखते हैं। मैं जिन लोगों को ध्यान में रखकर लिखता था, उनमें रेणु सबसे प्रमुख थे। मैं हमेशा सोचता था, पता नहीं मेरी ये कहानी, यह लेख, उपन्यास पढ़कर वह क्या सोचेंगे।यह ख्याल ही मुझे कुछ छद्म और छिछला, कुछ […]