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प्रेम की दीवार

नदी के किनारे छोटे छोटे कंकडों को लेकर फिर नदी में फेकना और उनकी डुबुक डुबुक लहराती कई जगह कूदती चाल देखना ये भी अपने आप मे इंतज़ार का समय बिताने का एक कस्बिये साधन है। रोहित आज अपनी प्रेमिका सुधा का इंतज़ार ऐसे ही कर रहा । तय किये गए उचित समय पर रोहित […]