रात्रि के बारह बजे सड़क पर स्ट्रीट लैंप की दुधिया रोशनी फैली हुई थी। शहर में चारों ओर सन्नाटा पसरा था। सड़क पर इक्का-दुक्का लोग दीख रहे थे। ट्रैफिक पुलिस नदारद। ऐसे में मैंने सड़क के किनारे एक वृद्ध दंपति को लोगों से कुछ सहायता मांगते हुए देखा। वृद्ध के एक हाथ में चमड़े का […]