Nai paribhaasha Hindi Kahani: “अस्लाम वालेकुम, भाईजान!” उसने बड़े अदब से कहा। “वालेकुम अस्लाम!” आलम ने मुस्कुराते हुए अपरिचित का अभिवादन स्वीकार करते हुए कहा। “भाईजान मेरा नाम रहमान है। मैंने सुना है कि दंगों में आपके वालिद ….” कहते-कहते रहमान रुक गया। आलम के चेहरे पर पुराने ज़ख़्म हरे हो गए। “कबूतरों को दाना डालते […]
महावीर उत्तरांचली
Posted inलघुकथा
शिक्षक:Hindi Kahani
Shikshak hindi kahani: “आप हर परिस्थिति में इतने शांत, धीर-गंभीर कैसे रहते हैं?” उसने आश्चर्य से कहा। “मैं जीवन के रहस्य को समझ गया हूँ बेटा।” वृद्ध व्यक्ति ने अपनी उम्र से आधे उस जिज्ञासु युवा से कहा, “क्या मैं तुम्हें बेटा कहने का अधिकार रखता हूँ?” “हाँ-हाँ क्यों नहीं, आप मेरे पिता की आयु […]