Posted inकविता

पसंद

मधु व सुनीता बचपन की सहेलियां थीं। आज बहुत लम्बे समय पश्चात आपस में मुलाकात हुई।-कहो कैसी हो? -मधु ने पूछा।-मैं ठीक हूँ। तुम कैसी हो?- सुनीता ने उत्तर दिया।-मैं भी ठीक हूँ।-अरे तुम ने पीले रंग की साड़ी पहन रखी है। पीला रंग तो तुम्हें पसंद नहीं है।-तुम ठीक कहती हो। मुझे पीला रंग […]

Posted inकहानी

शक

जिस समय धर्मेंद्र दफ्तर से घर लौटा उस समय तेज वर्षा हो रही थी। उसने देखा कि घर के मुख्य द्वार के बाहर मिट्टी से सने पदचिन्हों के निशान थे। उसने घर में घुसते ही पत्नी से पूछा,”क्या घर पर कोई आया था?” “नहीं, सुबह से घर पर कोई नहीं आया।” उसकी पत्नी ने उत्तर […]