मधु व सुनीता बचपन की सहेलियां थीं। आज बहुत लम्बे समय पश्चात आपस में मुलाकात हुई।
-कहो कैसी हो? -मधु ने पूछा।
-मैं ठीक हूँ। तुम कैसी हो?- सुनीता ने उत्तर दिया।
-मैं भी ठीक हूँ।
-अरे तुम ने पीले रंग की साड़ी पहन रखी है। पीला रंग तो तुम्हें पसंद नहीं है।
-तुम ठीक कहती हो। मुझे पीला रंग पसंद नहीं है। लेकिन, मेरे पति पीला रंग पसंद करते हैं।
-तुम ने नाखून भी काट रखे हैं जबकि तुम्हें बड़े नाखून पसंद थे।
-हाँ, इन्हें बड़े नाखून पसंद नहीं।
-अच्छा?
-……..।
-अरे, तुमने पोनीटेल भी बना रखी है। जबकि तुम्हें पोनीटेल बनाना पसंद नहीं था।
-मेरे पति को पोनीटेल पसंद है।
-अरे वाह! सब कुछ तुम्हारे पति की पसंद है। तुम्हारी अपनी पसंद क्या है?
-मेरे पति ही मेरी पसंद हैं।
मधु की बात सुन कर सुनीता ने अपनी जीन्स पर बाँधी बेल्ट को ठीक करते हुए अपने नाखून देखे और मोबाइल की स्क्रीन पर अपना चेहरा देख कर कुछ सोचने लगी।
Republish this article
This work is licensed under a Creative Commons Attribution-NoDerivatives 4.0 International License.