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नई परिभाषा: Hindi Kahani

Nai paribhaasha Hindi Kahani: “अस्लाम वालेकुम, भाईजान!” उसने बड़े अदब से कहा।  “वालेकुम अस्लाम!” आलम ने मुस्कुराते हुए अपरिचित का अभिवादन स्वीकार करते हुए कहा।  “भाईजान मेरा नाम रहमान है। मैंने सुना है कि दंगों में आपके वालिद ….” कहते-कहते रहमान रुक गया। आलम के चेहरे पर पुराने ज़ख़्म हरे हो गए। “कबूतरों को दाना डालते […]

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शिक्षक:Hindi Kahani

Shikshak hindi kahani: “आप हर परिस्थिति में इतने शांत, धीर-गंभीर कैसे रहते हैं?” उसने आश्चर्य से कहा। “मैं जीवन के रहस्य को समझ गया हूँ बेटा।” वृद्ध व्यक्ति ने अपनी उम्र से आधे उस जिज्ञासु युवा से कहा, “क्या मैं तुम्हें बेटा कहने का अधिकार रखता हूँ?” “हाँ-हाँ क्यों नहीं, आप मेरे पिता की आयु […]

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यादें: Hindi Kahani

Yaade Hindi Kahani: “पापा आपसे कुछ नहीं बनता है ! दवा भी नहीं  पी पा रहे हैं ! और चम्मच में भरी सारी दवा ही फैला दी ! ऐसा कैसे चलेगा?” जवान बेटे ने बिस्तर पर लेटे, सत्तर वर्षीय रिटायर्ड बाप को डंपटते हुए कहा! “हां बेटा दिक्कत तो है !” बुदबुदाते हुए पिता बोले!“लगता […]

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प्रगतिशीलता – Short Story

घने हरित लान मेंपेड़ था एक बरगदका ।बहुत से नए पत्ते निकल आए थे उस पर । जब-जब नए पत्ते निकलते कुछ और पीले पत्ते झर जाते थे ।एक दिन अपनी स्थिति से दुखी होकर उन्होनेअपने साथियों की मीटिंग बुलाई । मीटिंग में पीले पत्तों ने रूढ़िवादी कहे जाने पर अपना विरोध जताया । उसी […]

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क्लैप तो बनता है – Short Story

आज तो फोन की घंटी पर घंटी बजी जा रही थी । शर्मा जी बहुत व्यस्त थे ऑफिस में । तभी उनके पुराने मित्र डा0 विनय का फोन आ गया । चूँकि शर्मा जी बहुत व्यस्त थे इसलिए उन्होंने सोचा कि फोन काट देते हैं । फिर मन-ही-मन बुदबुदाये ‘अभी बड़ा विकट समय है, इसलिए […]

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गोलमाल – Short Story

जनगणना करने वाले अधिकारी एक बस्ती में पहुंचते ही अपनी नाक भौं सिकोड़ने लगे। तभी उनमें से एक अपने सहकर्मी से बोला- ‘सर, यहां तो अभी से ही सांस लेना दुर्लभ हो रहा है, इस बदबूदार बस्ती के अन्दर तक जाकर आगे का काम कैसे कर पाएगें ?’ हथेली की जीवन रेखा पर तम्बाकू रगड़ […]