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सच्ची श्रद्धांजलि: Hindi Kahani

Sachchee shraddhaanjali Hindi Kahani: कोलकता के  वृद्धाश्रम के  ‘  बहुउद्देशीय सेवा केंद्र  ‘ द्वारा भेजे  गए कोरियर में   ”  रीमा , बिल फॉर फ्युनरल यूअर मदर ”  को   विस्मृत नेत्रों से पढ़कर इकलौती बेटी रीमा अपनी बूढ़ी माँ की अंतिम क्रिया में न शामिल होने के दुःख से  फफक – फफक रो पड़ी . […]

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लॉकडाउन: Hindi story

Lockdown Hindi Story: प्रेम विवाह के कुछ ही दिनों बाद से ही उन दोनों में छत्तीस का आँकड़ा हो गया था और बात तलाक की ओर बढ़ रही थी। जब कि कोई दूर से देखे तो कहे, इनसे अच्छी सुंदर जोड़ी नहीं हो सकती। बीच में पसर रहे अबोले ने उन्हें अजनबी बना दिया था। वैसे, दोनों की अपनी-अपनी हाई-फ़ाई नौकरी के […]

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अपने: Hindi short story

Apne Hindi short story: ‘अवर हेल्पर्स‘ पाठ एक और बार दोहरा कर बेटी को परीक्षा के लिए भेज, रिया घर के बाहर ही गुनगुनी सी धूप में कुर्सी डाल बैठ गयी। जादूगर, रोज़ आने वाले भिखारी, डाकिया अंकल, सड़क पर झाड़ू लगाने वाली आंटी, फेरी वाले, सब्जी वाले, फलों वाले, रात में तेज आवाज़ लगाते […]

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अब आप मत आना : Hindi Story

08 मार्च-2020 ———————-             हैलो ,बाजी            Ab aap mat aana hindi story: आदाब। मैंने आपको इसलिए फोन किया है कि 15 मार्च को आपके लाडले भांजे शादाब की सालगिरह है। आप बच्चों और बहनोई साहब के साथ  हमारे घर बरेली तशरीफ  ज़रूर लाइएगा ताकि हमारी खुशी दुगुनी हो जाए।     -” वह तो ठीक है […]

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चना: Hindi Kahani

Chann hindi kahani: कॉलोनी के बीचों-बीच अब तक बचा हुआ खेत सभी के आकर्षण का केन्द्र बना हुआ था ।आकर्षण तब और बढ़ गया जब पता चला कि खेत में चने बोए गए हैं। संपन्न रहवासी रोज उस खेत की तरफ टक-टकी लगाये हुए रहते।अधेड उम्र का एक आदमी खेत की रखवाली बड़ी मेहनत से […]

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दर्द: Hindi Kahani

Dard hindi Kahani: “दादाजी, आज हम अपने पाॅश कालोनी के बगीचे को छोड़ इतने दूर भीड़ वाले बागीचे में क्यों आ गए ?” “बेटा,  यहां की कुछ पुरानी यादें हैं,  जिन्हें ताजा करने आ गए ।” “कैसी यादें दादाजी !” “बेटा, वो सामने का बड़ा-सा घर देख रहे हो । वो कभी अपने परिवार का […]

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अपरिग्रह: Hindi Story

Aparigrah hindi story: बस से उतर कर मैं घर की तरफ चल पड़ा । परसों ही छोटे भाई का फोन आया था कि भैया एक बार घर आ जाओ, पिताजी-माँ आपको बहुत याद करते हैं।” मैं समझ गया था ,ज़रूर पैसों की ज़रूरत होगी ।  कितनी बार समझाया है अंजली को कि यह सब शानो-शौकत […]

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हक: Hindi Kahani

Hak hindi kahani: हरिया की देह पिछले छह घंटे से कोठरी में पड़ी थी। उसके नाते-गोतेदारों सहित शहर में बसे बड़ा और छोटा बेटा भी परिवार सहित आ चुके थे। आँगन में जमा लोग मैयत की तैयारी करने की बजाए, असमंजस की स्थिति में बैठे थे। वजह थी हरिया की वसीयत रूपी चिट्ठी। सरपंच, पंडित […]