उस शहर के उस मैदान में सजे शामियाने के अंदर, माइक पर अपने फुग्गे सँवारता एक व्यक्ति भाषण से मजदूरों की अथक-अकथ मेहनत का गुणगान कर रहा था। उनकी तारीफ में आकाश के कुलाबें मिला रहा था। उसने पक्का एक घण्टा भाषणामृत से पूरी भीड़ से जयजयकारे लगवाए थे। मंच पर कई पँखे उसके […]
लघुकथा
नासमझ
डॉ. के क्लीनिक में बहुत भीड़ थी। अचानक सिस्टर ने देखा एक वृद्ध व्यक्ति कांप भी रहा है और हाँफ भी रहा है। वह उसे पहले डॉ. के पास ले गई। डॉ. ने उसकी जांच की तो पाया रोगी का का रक्तचाप 300 के आस पास है। डॉ. बहुत चकित हुआ और उसने उसके साथ आए बेटे से पूछा “ पिछली बार कब आपने इनके रक्तचाप की जांच कराई थी। […]
डॉग और पपीता
मालु की बेटी ने घर आते ही अपनी माँ को कहा “ माँ आज मुझे पपीता खाना है।““ “ तुझे पता नहीं 30 रूपये किलो है पपीता और 2 किलो से कम तो मिलता नहीं । आज तुझे पपीता खाने की क्या सूझी । “ माँ ने हैरानी से पूछा “ मुझे पपीता खाना ही है नहीं तो मैं सुगंधा आँटी […]
और पुल बन गया
‘मीशा, सुबह-सुबह कहीं जाने की तैयारी है क्या?’ ‘हाँ, मम्मा! पापा को तायाजी से मिलवाने जा रही हूँ।’ मम्मा का तमतमाया चेहरा व तनी हुई भवें देखकर मीशा ने पूछा, ‘क्या हुआ, मम्मा?आप ठीक तो हैं? ‘मीशा, तुम अच्छी तरह जानती हो, उन लोगों के यहाँ हमारा आना-जाना नहीं है।अगर वहाँ कोई ठीक से बात […]
कायान्तरण
‘प्राची, अपनी देह का त्रिभंगी आकार देखा है – झुके हुए कंधे, बढ़ी हुई तोंद, गर्दन-गले की उभरी हुई हड्ड़ियाँ, टेढ़े-मेढ़े कटे हुए नाखून और बाल ऐसे जैसे बालू में से निकाले गए हों। उफ! तेरे हाल पर रोना आ रहा है।क्या किसी नाटक में विदूषक का रोल करती है?कल तक अपनी सुडौलता के लिए […]
चोर
‘‘कहॉं गया ?……………..कहॉं गया ?’’ ‘‘चला गया’’ ‘‘अरे तुमने उसे जाने दिया ?हम तो पुलिस को फोन कर आये हैं ।’’ ‘‘मुझे लगा उससे बड़े चोर तो हम स्वयं हैं । इसीलिए…………………….’’ ‘‘अरे । पागल हो गये हो क्या ?’’ ‘‘क्यों ?” “………..सच्चाई का सामना क्या कर सकेंगे आप लोग ?’’ ‘‘कैसी सच्चाई ?’’ ‘‘तुम्हारी […]
प्रगति
महाविद्यालयीन शिक्षा को गुणवत्ता पूर्ण बनाने एवं विद्यार्थी को अपने विषय में कौशलपूर्ण व्यावहारिक ज्ञान प्रदान करने के उद्देश्य से शासन की मंशानुसार प्राध्यापक छात्र – छात्राओं को उनके विषय अनुसार फील्ड प्रोजेक्ट दे रहे थे l किसी को बैंकिंग सेक्टर , किसी को सिचाई , खेत – खलिहान , बागवानी तो किसी को कृषि […]