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नेतागिरी

दिल्ली में ‘आप’ की सरकार बनी। निठल्ले और लम्पट्ट खुश हुए। सरकार ने स्कूलों का निरीक्षण करने को उनकी टीमें बनाई। विद्यालय प्रबन्ध समिति में भी उनकी संख्या निश्चित कर दी गई।         अहंकार और उमंग के साथ ये लोग स्कूलों में पहुँचने लगे। कार्य को जाँचने और टीचर्स को समझाने की प्रक्रिया चल पड़ी। मेरे […]

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लोकतंत्र

विद्यालय में एक रोज शिक्षामंत्री आ धमके । भय का वातावरण चारों तरफ फैल गया । प्रिंसीपल आव-भगत में लग गए । उनके साथ क्षेत्रिय विधायक और पार्षद भी थे । सभी के साथ चमचों की भीड़ भी साथ चल रही थी । भवन निरीक्षण में फतवे पर फतवे जारी हो रहे थे । त्रुटियों पर प्रिंसीपल को […]

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बूढ़ा बच्‍चा

पुत्र की पुत्रवधु ने बीमार पड़े दादा जी को दूध में ओट्स बनाकर दिया । उन्‍होंने ओट्स के पूरे कटोरे को खाली कर दिया, तो बहू ने बिस्‍तर के पास दीवार में ठुकी कील पर लटकते हैंडटावल से उनका मुंह पौंछा । फिर बोली, “ दादा जी… अब लेट जाओ… आपका दोपहर का भोजन हो […]

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आजमाया हुआ नुस्‍खा

दो गहरे मित्र । दोनों नामी आईटी कंपनी में सेवारत । दोनों किसी भी कठिन काम या समस्‍या का समाधान- निदान आपसी विचार- विमर्श से, हमेशा सही से करते । स्‍वयं तो संतुष्‍ट तो होते ही, अपने से उच्‍च अधिकारियों की प्रशंसा के पात्र बनते । प्रसन्‍न होते । वार्षिक मूल्‍यांकन पर जब दोनों को […]

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कुंठा 

रात की एक बजे सांस्कृतिक कार्यक्रम का सफल का सञ्चालन करा कर वापस लौट कर घर आए पति ने दरवाज़ा खटखटाना चाहा. तभी पत्नी की चेतावनी याद आ गई. ‘ आप भरी ठण्ड में कार्यक्रम का सञ्चालन करने जा रहे है. मगर १० बजे तक घर आ जाना. अन्यथा दरवाज़ा नहीं खोलुंगी तब ठण्ड में […]

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रिश्वत

कोरोना के समय संचालित मौहल्ला कक्षा में आ कर वद्धा ने कहा, ”आप से एक प्रार्थना है.” ” जी. कहिए !” शिक्षक ने अभिवादन के साथ कहा. ” इणे निवोदय की गनित भणा दीजौ,” वह अपनी भाषा में बोली. ” वह तो मैं पढ़ा दूंगा. आप इसे रोज मौहल्ला कक्षा में भेज दीजिएगा,” शिक्षक ने […]

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समझौता

पड़ोसी चन्दा के आँगन में खेल रहे बच्चों के शोर को देख उसके चेहरे पर कई दिनों बाद हल्की सी मुस्कुराहट आई और बच्चों को अपने बरामदे से बैठे – बैठे निहारने लगी। कुछ समय पहले की ही बात है जब इन्हीं बच्चों के साथ उसका जग्गू भी खेलता था। लेकिन मौत के सिकंजे में […]

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दस्तक

‘’मुख़्तार तुम्हें फिर ज़मानत पर रिहा किया जा रहा है आगे से तुम्हारी शक्ल मुझे ठाणे में दिखनी नहीं चाहिए। तुमने हम सभी की नाक में दम कर रखा है।‘’ मुख़्तार के चेहरे पर हवालात से बाहर जाने की खुशी थी तो वही अगले रोज चोरी करने की फिक्र भी थी। मुख़्तार हवलदार साहब के […]