अस्सी वर्षीय शन्नो देवी चुपचाप अपने कमरे में लेटी लगातार छत पर लगे पंखे को घूर रही है ।उसके अंदर ,बाहर सब ओर एक सन्नाटा है ।कहने को उसके साथ बेटे, बहू ,पोते पोतियों का भरा पूरा परिवार है ।पति की मृत्यु के पश्चात और अस्वस्थता के कारण उसका बाहर आना जाना और सखी […]