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स्लो प्वाईजन

  अस्सी वर्षीय शन्नो देवी चुपचाप अपने कमरे में लेटी लगातार छत पर लगे पंखे को घूर रही है ।उसके अंदर ,बाहर सब ओर एक सन्नाटा है ।कहने को उसके साथ बेटे, बहू ,पोते पोतियों का भरा पूरा परिवार है ।पति की मृत्यु के पश्चात और अस्वस्थता के कारण उसका  बाहर आना जाना और सखी […]

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अपराधी

अब्दुल की  बाँह से लगातार खून बह कर उसके हाथों तक पहुंच चुका था और वह आश्चर्यचकित सा फर्राटे से जाती हुई साहब की गाड़ी को घूर रहा था ।  आज से लगभग एक वर्ष पूर्व ,नौकरी की खोज में वह गांव से शहर आया था निरा अनपढ़ होने के कारण कोई भी काम नहीं […]