चतुर-सयानी, चुस्त-दुरूस्त बिल्ली कई दिनांे से ढ़ीली-ढ़ाली, लस्त-पस्त होती जा रही थी। उसकी यह हालत देख चिड़िया चूहे पहले से बेखौफ हो गये थे। क्योंकि अब वह अपने लिए भोजन का जुगाड़ कर पाने में भी असमर्थ थी। भूखी बिल्ली रोने लगती तो घर से भगा दी जाती। आज तो वह कुछ ज्यादा ही रो […]
आशा खत्री ‘लता‘
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ऊँचाई
महीनों से बीमार विश्वा का दुनियादारी से जैसे विश्वास ही उठ गया था। अच्छे दिनों में जिनके साथ बनती नहीं थी उनसे तो इन बुरे दिनों में क्या आस थी। परन्तु जिन्हें वह अच्छे साथी समझता था, अपने समझता था, जिनके साथ दाँत काटी रोटी थी, जिनके काम आता था उन्होंने असाध्य बीमारी से ग्रस्त […]