थकी-हारी शकुन बस से उतरते ही कोलतार की पिघलती सड़क पर लगभग सरकते हुए अपनी सोसायटी के गेट पर पहुँची। गार्ड ने उसे रोका -“बी जी, खत आया है आपका। ऊपर फ़्लैट पर कोई था नहीं, सो डाकिया मुझे दे गया।” शकुन ने पत्र लिया और हाथ में झुलाते हुए फ़्लैट की ओर मुड़ गयी। […]
अशोक जैन
Posted inसाहित्य
मिसाल:Hindi Kahani
Misaal Hindi Kahani: शांतिनगर मोहल्ले का माहौल शोरमय हो गया। ढोल नगाड़े के शोर में लोगों की ऊंची आवाजें ‘हरी बाबू- जिंदाबाद ‘ गूंज रही थीं। घर के अंदर सभी सदस्य एक दूसरे को बधाई देते हुए आगत की तैयारी में जुट गये थे। हरी बाबू आज विधायक बन गये थे और उनकी पार्टी ने […]