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जिज्ञासा-Hindi Story

Jigyaasa: शर्मा जी, देखियें ये उदय के दादा जी आये है।  ये बता रहे है कि हिन्दी के अध्यापक बहुत डाँटतें है, और कुछ पूछनें पर चिल्लाकर  सजा भी दे देते है। कल सारा दिन आपने  उदय  को बेंच पर खड़ा रखा, उदय की तबियत भी खराब हो गयी थी।   प्रिंसिपल साहब ने कहा – […]

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कुर्बानी

“भारत माता की जय “ एक महीना हो गया आज ही के दिन वह  तिरंगेमे लिपट कर आ, हम सब की जिन्दगी मे ना खत्म होने वाला  आँखो मे आसुओं का  सैलाब दे गया । उसके वापस आये सामान मे उस की हाथ की लिखी चिट्ठी भी थी । जिस को उसने लगभग देश पर […]